लखनऊ। मुख्तार की मौत की खबर सुनते ही बेटा अब्बास अंसारी फूट फूट कर रोने लगा। अब्बास को चित्रकूट जेल से कासगंज की हाई सिक्योरिटी बैरक में शिफ्ट किया गया था। पैरोल के लिए प्रयागराज में पैरवी शुरू हुई। जेल प्रशासन को कोई आदेश नहीं मिला। जेल से लेकर पूरे जिले में सतर्कता बढ़ाई गई। जुमे की नमाज को लेकर अलर्ट जारी किया गया। माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने कहा की उनके पिता की मौत कैसे हुई ये साफ है। वो इंसाफ के लिए कोर्ट जाएंगे। उमर ने बताया जब मुख्तार से फोन पर बात हुई तभी उनकी हालत बेहद खराब थी।
जनाजे में नहीं शामिल हो पाएगा अब्बास
सूत्रों के हवाले से माफिया मुख्तार अंसारी के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए कासगंज जेल में बंद अब्बास अंसारी को हाईकोर्ट ने पैरोल नहीं दी। बता दें कि, जिस बेंच के सामने अर्जी दी गई, वो बेंच नहीं बैठा। इसके बाद दूसरे बेंच को ट्रांसफर कर दिया गया। हालांकि दूसरे बेंच ने सुनवाई करने से इनकार कर दिया।
पुश्तैनी कब्रिस्तान में तैयार की गई कब्र
माफिया मुख्तार अंसारी का परिवार तकरीबन पांच दशक से इलाके में रसूखदार माना जाता है। ऐसे में उनकी मौत के बाद मोहम्मदाबाद में व्यापारियों ने अपने बाजार बंद कर दिए हैं। प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए हैं। लोगों की भारी भीड़ परिजनों से मिलने पहुँच रही है। स्थानीय प्रशासन किसी को भी वहां ज्यादा देर रुकने नहीं दे रहा है। इतनी भीड़ के बावजूद लोग खामोश हैं और यहाँ सन्नाटा पसरा है।
मुख्तार अंसारी के शव को दफ़नाने के लिए परिवार के पुश्तैनी कालीबाग में कब्र तैयार की गई है। इस दौरान मुख्तार के परिजन और उनके भाई मौजूद रहे। लोगों का कहना है कि डेड बॉडी के पहुँचने का इंतजार किया जा रहा है, जिसके बाद दूसरी धार्मिक क्रियाएं पूरी कराई जाएंगी।
प्रशासन बताएगा कहां ले जाना है शव
गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी का शव ले जा रहे एंबुलेंस ड्राइवर मनोज ने बताया, "... प्रशासन मुझे रूट बताएगा और वे ही काफिले का नेतृत्व करेंगे... मैं मुख्तार अंसारी का शव ले जा रहा हूं... प्रशासन ही बता पाएगा कि शव कहां ले जाना है।''
बेटे और बेटी से बातचीत का ऑडियो वायरल
अस्सलाम वालेकुम पापा आप कैसे है...अल्ला का शुक्र है पापा आपकी आवाज सुनने को हम लोगों को मिल रही है, आपकी आवाज कम आ रही है, रुकिए उमर लाइन पर है, हैलो, जी पापा अस्सलाम वालेकुम आप ठीक है, अल्लाह ने आपको बचा लिया, शुक्र है पापा, रमजान का पाक महीना है, आपको जो बोलना है खुलकर बोलिए, बहुत कमजोर गए है आप, हमने वीडियो में देखा, कोर्ट में मुलाकात की परमिशन करा रहे है, परमिशन होते ही हम और भाभी आपसे मिलने आएंगे। हालांकि ऐसे किसी भी ऑडियो की जागेश्वर न्यूज पुष्टि नहीं करता है।
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